Shri Shiv Chalisa in Hindi: भगवान शिव को कई नामों से पुकारा जाता है, जैसे त्रिमूर्ति, र्यम्बकम्, नीलकण्ठ, गंगाधर, भोलेनाथ, योगी, त्रिकालदर्शी आदि। भारत के अलावा कई देशों में भगवान शिव के कई मंदिर मौजूद हैं। शिवजी की पूजा शिवलिंग तथा मूर्ति दोनों रूपों में की जाती है। शैव धर्म में, जो हिंदू धर्म की मुख्य परंपराओं में से एक है, शिव सर्वोच्च हैं जो ब्रह्मांड की रचना, रक्षा और परिवर्तन करते हैं।
आदि काल से ही मनुष्य शिव के लिंग की पूजा करते आ रहे हैं। भगवान शिव की पूजा करते समय बिल्वपत्र, शहद, दूध, दही, शक्कर और गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए।
भगवान शिव के विभिन्न मन्त्रों में से एक शिव चालीसा है जिसे पढ़ने से सभी रोग द्वेष दूर हो जाते है।
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Shiv Chalisa Lyrics in Hindi Font
॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान । |
॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला । भाल चन्द्रमा सोहत नीके । अंग गौर शिर गंग बहाये । वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे । मैना मातु की हवे दुलारी । कर त्रिशूल सोहत छवि भारी । नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे । कार्तिक श्याम और गणराऊ । देवन जबहीं जाय पुकारा । किया उपद्रव तारक भारी । तुरत षडानन आप पठायउ । आप जलंधर असुर संहारा। त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई । किया तपहिं भागीरथ भारी । दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं । वेद माहि महिमा तुम गाई । प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला । कीन्ही दया तहं करी सहाई । पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा । सहस कमल में हो रहे धारी । एक कमल प्रभु राखेउ जोई । कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर । जय जय जय अनन्त अविनाशी । दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो । लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । मात-पिता भ्राता सब होई । स्वामी एक है आस तुम्हारी । धन निर्धन को देत सदा हीं । अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी । शंकर हो संकट के नाशन । योगी यति मुनि ध्यान लगावैं । नमो नमो जय नमः शिवाय । जो यह पाठ करे मन लाई । ॠनियां जो कोई हो अधिकारी । पुत्र होन कर इच्छा जोई । पण्डित त्रयोदशी को लावे । त्रयोदशी व्रत करै हमेशा । धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे । जन्म जन्म के पाप नसावे । कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी । |
॥ दोहा ॥ नित्त नेम उठि प्रातः ही, पाठ करो चालीसा । मगसिर छठि हेमन्त ॠतु, संवत चौसठ जान । |
Shiv Chalisa Video by T-Series
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